तेरे आने के आसरे पे काटें हैं ज़िन्दगी के दिन
ख्वाब-ओ-ख्याल हो गए थे मेरी ख़ुशी के दिन !!
तुम आए हमारे आशियाँ में, ये खुदा की कुदरत है
कभी हम तुमको, कभी अपने जहाँ को देखते हैं!!
ख्वाब-ओ-ख्याल हो गए थे मेरी ख़ुशी के दिन !!
तुम आए हमारे आशियाँ में, ये खुदा की कुदरत है
कभी हम तुमको, कभी अपने जहाँ को देखते हैं!!
तुम छुप के आये हो डरते हुए मेरे आशियाँ में
किसी और को ना खुदाया खबर करे कोई !!
किसी और को ना खुदाया खबर करे कोई !!
है खबर गरम चारो ओर तेरे आने की
आज हमारा दिल ख़ुशी में डुब्बा है !!
आज हमे ख़ुशी है तेरे आने की.......!!
आज हमारा दिल ख़ुशी में डुब्बा है !!
आज हमे ख़ुशी है तेरे आने की.......!!
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