तुम हमारे नहीं तो क्या गम है
हम तुम्हारे तो हैं ये क्या कम है!
मुस्कुरा दो जरा खुदा के लिए
समे महफ़िल में रोशनी कम है!
ये जिन्दगी बन गई यादे अब तो
अब मैं यादों में ढूंढता हूँ तस्वीर तेरी!
जिन्दगी कम है तो क्या गम है
खुद से बढ़ कर तेरा गम है अब तो!
तुम हमारे नहीं तो क्या गम है
हम तुम्हारे हैं ये क्या कम है!
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