उसने कहा अब तुममे पहले सी बात नहीं,
उसे क्या बताना जिंदगी में अब उसका साथ नहीं!
उसके सवाल तो देखो ?
उसने कहा अब भी किसी के आँखों में डूब जाते हो ?
उसे क्या बताना अब किसी की आँखों में वो बात कहाँ !
उसके बेगरज सवाल तो सुनो ..?
उसने कहाँ भूल जा मुझको
मैंने कहाँ तुम हकीकत हो कोई ख्वाब नहीं ,
उसके बेगरज सवाल तो सुनो ..?
उसने कहा क्यूँ टूट के तुमने चाहा मुझे ?
उसे क्या बताता मेरे वि सीने में दिल है,
मैं कोई पत्थर तो नहीं ......!
उसने कहा मैं वेवफा हूँ ...?
मैंने कहाँ व्फ्फा की मुझे अब तलाश कहाँ !
उसकी नादानी तो देखो।।।?
उसकी नादानी तो देखो।।।?
उसने कहाँ भूल जा मुझको
मैंने कहाँ तुम हकीकत हो कोई ख्वाब नहीं ,
लोग तो ख्वाब नहीं भूलते मैं कैसे हकीकत को भूला दूँ !!
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